आज सुबह से उसे असमिया सखी का ख्याल आ रहा है, एक बार फिर
वे उसके घर गये और लगा कि वह अपने आप में इस कदर व्यस्त थी कि उन्हें महसूस होने
लगा, उनका स्वागत मन से नहीं किया जा रहा है. जीवन में ऐसे क्षण तो आते ही रहते
हैं. कभी न कभी अमैत्री का दुःख सभी को उठाना पड़ता है जिसने भी मित्रता का सुख
लिया है. उसने कुछ देर पूर्व DCH के पेपर पढ़े, सितम्बर से पूर्व उसे प्रश्नपत्र हल
करके भेजना है तथा परियोजना कार्य की रिपोर्ट भी भेजनी है. कल शाम को फोन आया कि
सुबह कम्प्यूटर लेने बस स्टैंड जाना है पर जब जून और नन्हा तैयार होकर गये तो पता
चला ‘डॉलफिन कोरियर सर्विस’ के दफ्तर में सिर्फ दो ही बॉक्स आये थे, तीसरा बॉक्स
जिसमें मुख्य हिस्सा था कम्प्यूटर का, वह लोड करना ही भूल गये थे या किसी और कारण
से वह नहीं पहुंचा. यानी एक दिन का और इंतजार.
कल शाम when they came back after
evening walk. Nanha told about the phone call, jun confirmed the arrival of
computer. They went to fetch it and till 9.30 in the evening installation was
not completed. Today again enginer will come and do the remaining job. She told her friends
they said that they will come come to see it. It’s 8 am her student came and
they read a poem“प्रेम” written by माखन लाल चतुर्वेदी. टीवी पर अटल जी का १६
अप्रैल को असम में ‘नर नारायण सेतु’ के
उद्घाटन के समय दिया गया भाषण आ रहा है. प्राकृतिक सौन्दर्य में तो असम अद्वितीय
है ही यहाँ के बीहू नृत्य की बात भी निराली है. अल्फ़ा के कारण फैले आतंकवाद का
जिक्र भी उन्होंने किया. कल गीता मेहता की पुस्तक A River Sutra में संगीत के
शास्त्रीय रूप का वर्णन पढकर सारेगामापाधानीसा का वास्तविक अर्थ समझ में आया. सा
से नी तक की ध्वनियाँ प्राकृतिक स्वरों से ली गयी हैं. हरेक के लिए एक रंग भी
निर्धारित किया गया है. संगीत की साधना और रागों को उनके सही रूप में पकड़ना एक
तपस्या ही तो है, एक भी राग यदि सही अर्थों में समझ में आ जाये और उसके रूप का भाव
हो तभी संगीत का ज्ञान हो सकता है. Peacock sa - black
calf calling its mother re
– twang
Bleating of goat ga –
gold
Cry of the Heron ma –
white
Song of Nightingale pa – yellow
The neighing of a horse dha
– indigo
Elephant's trumpet ni – green
कल कम्प्यूटर इंजीनियर
उनका कम्प्यूटर अपने घर ले गये, इन्स्टालेशन में कुछ दिक्कतें आ रही थीं, जिन्हें
वह दूर नहीं कर पा रहे थे, अब ३-४ दिन और लगेंगे. उसके बाद ही सही मायनों में उसका
आना माना जायेगा. कल स्कूल से आकर नन्हे ने सभी पीरियड्स के बारे में बताया तो
उसकी बातों से लग रहा था वह वहाँ की पढ़ाई से संतुष्ट है. अध्यापक कोर्स के अलावा बहुत
कुछ बताते हैं. कल हेयर कट के बारे में कहा था, पर क्लब में बारबर नहीं था. सुबह
माँ-पापा से बात हुई, उन्हें लगा जून दिल्ली से वहाँ भी जायेंगे, मामी जी भी आई
हुई थीं. कल उसने A river sutra पूरी पढ़ ली, अच्छी किताब है. नर्मदा नदी को इतना
पवित्र मानते हैं, उसे मालूम ही नहीं था, गंगा-यमुना के अलावा अन्य नदियों के बारे
में वे बहुत कम ही जानते हैं. उसने ध्यान दिया कि जब वह कोई पुस्तक पढ़ती है तो उसे
सतही तौर पर ही याद रख पाती है, पुस्तक खत्म करने की जल्दी होती है, आगे क्या हुआ
उसे जानने की उत्सुकता. इसलिए बहुत गहरे नहीं उतर पाती. पुस्तक की सुन्दरता को,
भावों को तो पकड़ पाती है पर शिल्प पर उतना ध्यान नहीं जाता.
उनकी कल की शाम हर रोज से
अलग थी. जून ऑफिस से आए तो नन्हे ने टीचर का आर्डर बताया You need a hair cut उसे
भी होमियो पैथिक डाक्टर के यहाँ जाना था, सो सभी निकल पड़े, एक तो डॉ के यहाँ काफी
भीड़ थी दूसरे मंगलवार होने के कारण नाई की एक भी दुकान नहीं खुली थी. नन्हा निराश
होकर बैठा था जब वे डॉ के यहाँ से आये, पर अब गाड़ी स्टार्ट ही नहीं हो रही थी.
उसका एक फ्यूज उड़ गया था, फोन करके एक मित्र को बुलवाया, वे मकैनिक लेकर आए और
गाड़ी ठीक हुई, लौटने में काफी देर हो गयी. आज सुबह ससुराल से फोन आया, पिता अपने
किसी परिचित के लिए MBA के बाद होने वाली summer training के बारे में पूछ रहे थे.
उनकी आवाज हमेशा उत्साह से भरी रहती है सुनकर अपने में भी ख़ुशी स्वयमेव पैदा हो
जाती है. जबकि कभी किसी से बात करने के बाद एक उदासी की लहर छा जाती है.
संगीत से सम्बंधित एक नयी जानकारी मिली (जानवरों की आवाज़) ,हमेशा की तरह
ReplyDeleteमनोरंजक.....आभार.....
स्वागत व आभार ! अदिति जी
ReplyDelete