इस क्षण उसके पास करने को कुछ नहीं है यही विचार मन में
बार-बार आ रहा है, शाम के सवा चार हो गये हैं, जून अभी तक लौटे नहीं हैं. उसकी
बायीं बांह में इंजेक्शन के कारण हल्का दर्द है और सिर भी भारी है. पिछले कई दिनों
से स्वास्थ्य की एक समस्या के कारण, जो उसे कुछ सिखाने आई है. उसे लगता है यह आत्म
निरीक्षण और साहसी बनने का समय है. ईश्वर चाहेगा तो अगले दो हफ्तों में वह बिलकुल
ठीक हो जाएगी. अच्छा लगता है जब जून बहुत स्नेह से उसका ध्यान रखते हैं. शाम को वे
क्लब जायेंगे उसे लाइब्रेरी से पुस्तकें बदलनी हैं. उसे याद आया दो हफ्ते पहले
उसने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना शुरू
किया था, उसके चार-पांच दिनों बाद ही यह समस्या शुरू हुई...अर्थात..
आज सुबह जब नन्हे ने असमिया
के अक्षर बनाने सीखे तो उससे वर्गीय ‘ज’ बन ही नहीं रहा था, सो आज से फिर अभ्यास
शुरू किया है वरना इतने दिनों की मेहनत व्यर्थ चली जाएगी. उसने टीचर को फोन किया,
वह अब लिखने की जगह बोलने का अभ्यास कराएँ पर वह नहीं मिलीं, उसे लगता है गलत
बोलने पर लोग हँसेंगे सो वह बोलती ही नहीं, वैसे हिंदी यहाँ सभी समझते और बोलते
हैं सो दूसरी भाषा में बोलना अपनी ख़ुशी के लिए ही है,
Feeling not good. God has punished her. So dull headache
and boredom is with her since jun left for field duty. He will be back in the
evening. It is about two o’ clock, All is not well. Yesterday they got two
letters and day before four, but she was not feeling to reply them. Nanha has
made one beautiful greeting card for his teacher in the morning. और
वह पिछले दिनों अपने अंतर में झाँकने का प्रयास कर रही थी, उस डिवाइन फ्लेम की खोज
में जो सबके भीतर है, सच पूछो तो उसी ने
उसे उजाला दिया है पिछले दिनों. वरना इस दर्द को सहना इतना आसान नहीं था. She will bear it with
courage and smiles and she will never ever cry for this. Because if it is superficial
then it is not worth crying and if it is something serious then what is the use
of crying. She will prepare herself for the long journey. Jun says he will
bring six dresses for her, he loves her so much and nanha also. She will make
them happy while she is with them. If she is losing interest in her
surroundings then it is not a good sign
but it is not true, today in the morning she went to see her neighbor.
गमे दिल को इन आँखों से
छलक जाना भी आता है...
आज सुबह के पौने दस बजे पीटीवी
की इन सुरीली आवाजों ने न जाने उसके दिल के किस तार को छू दिया है कि आँखें
सावन-भादों बन गयी हैं.
ऐ दिल किसी को याद करके
इतना उदास क्यों है और सबाए लाये तन्हा
इस चमन की कली तन्हा ...
ये आवाजें इतनी दर्द भरी
थीं कि यादें जो भूली हुई थीं, फिर से ताजा हो गयीं.
सावन तो सावन है बरसेगा
पागल है दिल फिर भी तरसेगा
लगता है मन कहीं गहरे तक
उदास था जो जरा सी हमदर्दी पाकर पिघल गया है.
चलो उस मोड़ पर हम भी चढ़
जाएँ
जहाँ से जाके फिर कोई वापस
नहीं आता
सुना है एक साये अजनबी
बाँहों को फैलाये
जो आए उसका इस्तकबाल करती
है
जो तारीकियों में लेके
आखिर डूब जाती है
यही वह रास्ता है जिस जगह
साया नहीं जाता
जहाँ पे जाके...
जो सच पूछो तो हम तुम जिन्दगी
भर से हारते आये
हमेशा बेयकीनी के कुफ्र से
कांपते आये
हमेशा खौफ के पैराह्नों से
अपने पैकर ढांपते आए
हमेशा दूसरों के साये में
एक दूसरे को चाहते आये
बुलाता है अगर उस कोह के दामन
में छुप जाएँ
जहाँ पे जाके..
अभी अभी जून का फोन आया वह
एक घंटे में आ रहे हैं.
He will miss her so much.
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