tag:blogger.com,1999:blog-6638701219962531553.post9055792983555478976..comments2024-03-29T00:36:45.216-07:00Comments on एक जीवन एक कहानी: विनोबा की गीता Anitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6638701219962531553.post-34342081114620014362014-11-25T01:18:57.683-08:002014-11-25T01:18:57.683-08:00सही है कि धन को उतना ही महत्व दिया जाना चाहिए जितन...सही है कि धन को उतना ही महत्व दिया जाना चाहिए जितना जरूरी है, पर पैरों के नीचे नोटों के बंडल रखना मेरे विचार से उसका अनादर है, खैर..हर व्यक्ति भिन्न है.<br />भाषा के विषय में आपकी बात बिलकुल सही है. आभार !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6638701219962531553.post-4439442951353906202014-11-21T04:43:06.011-08:002014-11-21T04:43:06.011-08:00सबसे पहले नन्हा को जन्मदिन की बधाई!! हमारे यहाँ बच...सबसे पहले नन्हा को जन्मदिन की बधाई!! हमारे यहाँ बच्चों के जन्मदिन पर दोपहर में फ़ोन करने का रिवाज़ है. तब तक बच्चे स्कूल से लौट आते हैं. अच्छा लगता है बधाइयाँ बटोरना. पैसों को ज़रूरत से ज़्यादा महत्व नहीं देना एक बड़ा हे अच्छा गुण है. मेरे ऑफिस का एक कैशियर था वो नोटों के बण्डल पैरों के नीचे रखता था. मैंने एक दिन उसको टोका तो उसने जो जवाब दिया वो अपने आप में दर्शन था. वो बोला - सर! ये सारे पैसे मेरे नहीं हैं, इसलिये मेरे लिये तो बस पैरों की धूल जैसे ही हैं. पैसों को जितना सर पे चढ़ाओ, उतना सर चढकर बोलने लगते हैं!!<br />गाँठ बाँध ली मैंने भी ये बात!! <br />और हाँ "भोजन खाएँगे" नहीं, "भोजन करेंगे" और "खाना खाएँगे" :)<br />बहुत पसन्द आई यह बात कि जिनको जीवन का मोह होता है वही डरते हैं! वास्तव में मृत्यु का सतत स्मरण ही अमरत्व की कुंजी है. सारे भय निकाल देता है मन से. <br /><br />Language, whether Hindi or English, unless it does not flow naturally, it is not "owned". I have seen many people expressing themselves using such words which speaks loudly that its borrowed. Even in my blog I always try to SPEAK than to WRITE. Your own words, if given proper respects will definitely earn respect for you.<br />चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com