tag:blogger.com,1999:blog-6638701219962531553.post6605652403123657262..comments2024-03-29T00:36:45.216-07:00Comments on एक जीवन एक कहानी: गुजरात का भूकंपAnitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6638701219962531553.post-24147536902512214462014-09-16T00:53:01.614-07:002014-09-16T00:53:01.614-07:00फीनिक्स का उदाहरण बिलकुल सही है गुजरात के सन्दर्भ ...फीनिक्स का उदाहरण बिलकुल सही है गुजरात के सन्दर्भ में जो इतनी बड़ी त्रासदी के बाद शीघ्र ही पुनः खड़ा हो गया था Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6638701219962531553.post-54460637003885430622014-09-13T06:45:21.110-07:002014-09-13T06:45:21.110-07:00मैं तब कोलकाता में था और इनकी छोटी बहन गुजरात में ...मैं तब कोलकाता में था और इनकी छोटी बहन गुजरात में जब यह भूकम्प आया था. लेकिन जीवन फ़ीनिक्स की तरह है... अपनी राख से एक नये शरीर का निर्माण् करता है वह पक्षी और फिर एक नई उड़ान पर निकल जाता है... <br /><br />दु:ख हुआ, साथ ही परमात्मा का धन्यवाद भी किया कि शारीरिक कष्ट से मुक्ति मिली. मैं स्वयम यह मानता हूँ कि मृत्यु जीवन का वह स्थान है जहाँ जाकर बचपन की खुशियाँ अपनी ऊँचाई हासिल करती हैं. लेकिन वो सब जीव के साथ होता है, उससे जुड़े नाते-रिश्तेदारों के मोह का क्या.. जो डुबो देता है उन्हें आँसुओं के सागर में!!<br /><br />समय सबको सामान्य बना देता है! धीरे धीरे!!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com