tag:blogger.com,1999:blog-6638701219962531553.post6315243471328232038..comments2024-03-28T23:00:37.796-07:00Comments on एक जीवन एक कहानी: सद्भावना यात्रा Anitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6638701219962531553.post-80819784032185401072014-09-21T07:22:03.992-07:002014-09-21T07:22:03.992-07:00कविता की किताब का शकल अख़्तियार करना और घर-परिवार म...कविता की किताब का शकल अख़्तियार करना और घर-परिवार में रिश्तों की नई तलाश... एक अजीब कशमकश का दौर है यह. कुछ मलाल तो हर किसी के दिल में रह ही जाते हैं. कुछ के लिये अफसोस भी रहता है. लेकिन यह भी सच है कि अगर परिस्थितियाँ अनुकूल होतीं तो वो सब न होता जो हुआ.. जिसका मलाल रहा. और ख़ुद को कोसने से बेहतर है हरि इच्छा मानकर ख़ुद को समझा लेना! <br />चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com