tag:blogger.com,1999:blog-6638701219962531553.post4560559827090492462..comments2024-03-28T00:10:28.489-07:00Comments on एक जीवन एक कहानी: किचन में रंग-रोगन Anitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6638701219962531553.post-21913653326149911862014-08-11T01:51:06.909-07:002014-08-11T01:51:06.909-07:00वाह तब तो शीर्षक हो सकता था..मन की रंगाई....या आत्...वाह तब तो शीर्षक हो सकता था..मन की रंगाई....या आत्मा की पुताई..सचमुच एक बार जो उसका हो गया फिर लौटना नहीं होता..Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6638701219962531553.post-27215571950996812912014-08-10T09:08:16.456-07:002014-08-10T09:08:16.456-07:00इतने दिनों के हमारे साथ का यह प्रभाव मुझपर हुआ है ...इतने दिनों के हमारे साथ का यह प्रभाव मुझपर हुआ है कि मेरे अन्दर भी आध्यात्मिकता का पुनर संचार होने लगा है... आध्यात्म का सही अर्थ बता दिया बाबा जी ने.. बल्कि मैं आज शीर्षक से को-रेलेट करके सोच रहा था.. अध्यात्म रंग रोगन की तरह ही तो है जो अंतरात्मा पर उच्च आदर्शों और मूल्यों का... एक बार जो यह रंग चढ़ गया तो तो बस मैं भी हो गयी लाल!!<br /><br />रक्षा बन्धन की हार्दिक शुभकामनाएँ!! चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com