tag:blogger.com,1999:blog-6638701219962531553.post3242395435487256040..comments2024-03-28T00:10:28.489-07:00Comments on एक जीवन एक कहानी: यादों की परछाइयाँ Anitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6638701219962531553.post-81401417066002908102014-09-21T07:13:35.257-07:002014-09-21T07:13:35.257-07:00ध्यान के विषय में कितनी महत्वपूर्ण बात कही है. सचम...ध्यान के विषय में कितनी महत्वपूर्ण बात कही है. सचमुच ध्यान एक ऐसी ही अवस्था है. मैंने कई बार चेष्टा की, लेकिन पता नहीं क्यों मेरा मन बहुत विचलित रहता है. कई बार मित्रों को कहता भी हूँ कि अब शांति शायद मरने के बाद ही मिलेगी.<br /><br />परिवार से मिलना और उसके पहले की स्थिति बड़ी थ्रिल्लिंग होती है. हमें भी छठ में पटना जाना है और घर पर बही से तैयारियाँ शुरू हो गई हैं. चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com